धारचूला(पिथौरागढ़)। व्यास घाटी के चीन सीमा के अंतिम ग्राम कुटी के रुद्रांश कुटियाल 21 साल की उम्र में ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी (O.T.A) गया बिहार में 4 साल के कठिन प्रशिक्षण के बाद सेना के मुंबई इंजीनियरिंग में लेफ्टिनेंट बन गए हैं।उनकी इस उपलब्धि पर सीमान्त के लोगों में खुशी की लहर छाई है। रुद्रांश सिंह कुटियाल की माता हेमंती 1995 बैच की पीसीएस अधिकारी और वर्तमान में जनजाति आयोग में सचिव पद में सेवारत हैं जबकि पिता राजेन्द्र सिंह कुटियाल उच्च न्यायालय नैनीताल में अधिवक्ता है। माता हेमंती ने बताया कि रुद्रांश की प्रारंभिक शिक्षा देहरादून से और हाई स्कूल व इंटरमीडिएट सैनिक स्कूल घोड़ाखाल से हुई है। 2018 में प्रथम प्रयास में ही एनडीए और टेक्निकल एन्ट्री स्क्रीम (T.E.S) परीक्षा उत्तीर्ण की। रुद्रांश कुटियाल ने टीईएस रुचि के अनुरूप सेना में ऑफिसर बनने की प्राथमिकता दी और ड्रील व शारीरिक प्रशिक्षण में बेस्ट कैडेट, हाफ व फुल ब्लू का अवार्ड भी प्राप्त किया। शनिवार को बौद्ध गया के पासिंग आउट कार्यक्रम में माता और पिता ने रुद्रांश के कंधे में स्टार लगाकर और चूमते हुए शुभकामनाएं दी। इस दौरान मौसी डॉ प्रीति, सीबीआई में उच्च पद पर तैनात बड़े मामा राजेन्द्र गुंज्याल और छोटे मामा इंजीनियर नरेन्द्र गुंज्याल मौजूद रहे। रुद्रांश ने अपनी सफलता का श्रेय अपने इष्टदेव, माता पिता और गुरुजनों को दिया। रुद्रांश कुटियाल के सैन्य अधिकारी बनने पर विधायक हरीश धामी, ब्लॉक प्रमुख धन सिंह धामी, रं कल्याण संस्था के मुख्य संरक्षक नृप सिंह नपलच्याल और दीलिंग दारमा सेवा समिति के महासचिव सेवानिवृत्त आईजी पुलिस मोहन सिंह बनग्याल ने उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी हैं।

