देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष करन माहरा ने एक बयान जारी करते हुए पिथौरागढ़ के कांग्रेस विधायक मयूख महर के अपने विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न समस्याओं को लेकर धरना दिये जाने का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन की उपेक्षा के कारण जनप्रतिनिधियों को जन समस्याओं के लिए धरना देना पड़ रहा है। उन्होंने धरने का समर्थन करते हुए कहा कि पूर्व सरकारों ने पिथौरागढ़ में हवाई पट्टी बनाकर सीमान्त जनपद को देश के अन्य राज्यों से जोड़ने के काम किया। परन्तु भाजपा सरकार के आते ही सीमान्त जनपद पिथौरागढ़ की कनेक्टीविटी को बन्द कर दिया गया। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि लगातार सरकार से मांग करते आ रहे हैं कि नैनीसैनी में पुनः हवाई सेवा को बहाल किया जाय। परन्तु सरकार का 7 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर भी आज तक सीमान्त जनपद की इस महत्वपूर्व मांग को पूरा नही किया गया है। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ सीमान्त जिला होने के साथ-साथ वहां पर पर्यटन की आपार संभावना भी हैं परन्तु सरकार लगातार सीमान्त क्षेत्र की अनदेखी कर रही है। माहरा ने कहा कि मुनस्यारी, धारचूला, बेरीनाग और गंगोलीहाट के भुवनेश्वर में विश्व प्रसिद्व गुफा पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, पर इन अलौकिक सौन्दर्य की तरफ सरकार का ध्यान नहीं गया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने कांग्रेस विधायक द्वारा उठाये गये जनसमस्याओं को शीघ्र हल किये जाने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर विधायक मयूख महर का समर्थन किया है। माहरा ने कहा कि मयूख महर सदैव अपने क्षेत्र की जनसमस्याओं के लिए लड़ते रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन जन समस्याओं को मयूख महर द्वारा उठाया गया है उनकी वे जायज मागें हैं। उन्होंने कहा राज्य सरकार कांग्रेस विधायकों का अपमान कर रही है। जिसे बर्दाश्त नही किया जायेगा।