पिथौरागढ़। 09 दिसंबर को पिथौरागढ़ जिले के विभिन्न न्यायालयों में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न प्रकार के 339 मामलों का सुलह-समझौते के आधार पर निस्तारण किया गया।

जनपद मुख्यालय में गठित बैंच संख्या 01 के पीठासीन अधिकारी शंकर राज, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, पिथौरागढ़ एवं सदस्य निशान्त पुनेड़ा, एडवोकेट ने जिला एवं सत्र न्यायालय के 07 (138 एन आई एक्ट) के वाद जिसमें 22.80.000/- (बाईस लाख अस्सी हजार), 01 मोटर दुर्घटना के वाद जिसमें 3.50,000/-(तीन लाख पचास हजार मात्र), 01 अन्य दीवानी प्रकार का वाद का निस्तारण किया गया। अपर जिला एवम सत्र न्यायालय के 01 मोटर दुर्घटना के बाद जिसमें 1,20,000/- (एक लाख बीस हजार), कुल 10 मामलों का निस्तारण किया गया।

बैंच संख्या 02 के पीठासीन अधिकारी संजय सिंह, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पिथौरागढ़ व सदस्य ललित मोहन पन्त, एडवोकेट ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय के 01 आपराधिक शमनीय मामला, 14 एनआई एक्ट जिसमें सत्ताईस लाख अडहत्तर हजार नौ सौ तैतीस रूपये (27,78,933/-), 01 श्रमिक क्षतिपूर्ति से सम्बन्धित मामले जिसमें छः लाख रूपये (6.00.000/-) का सेटलमेन्ट, 04 वैवाहिक मामले जिसमें 31,800/- (एकतीस हजार आठ सौ), 107 मोटर वाहन अधिनियम जिसमें 1.39,500/- (एक लाख उन्चालीस हजार पांच सौ) से सम्बन्धित कुल 127 मामलों का निस्तारण किया।

बैंच संख्या 03 के पीठासीन अधिकारी आरती सरोहा, सिविल जज (सीडी) पिथौरागढ़ एवं सदस्य मनोज कुमार जोशी, एडवोकेट ने 03 एनआई एक्ट जिसमें चौदह लाख पचास हजार (14,50,000/-), 01 वैवाहिक मामले, 15 मोटर वाहन अधिनियम जिसमें रू० 28,000 (अठ्ठाईस हजार)सहित कुल 19 मामलों का निस्तारण किया गया।

बैंच संख्या 04 के पीठासीन अधिकारी पूनम टोडी, सिविल जज, पिथौरागढ़ एवं सदस्य विजेता माहरा एडवोकेट ने 02 आपराधिक शमनीय मामले, 02 एनआई एक्ट जिसमें आठ लाख आठ हजार रूपये (8,08,000/-), 25 मोटर वाहन अधिनियम जिसमें 55,000/- (पचपन हजार), 05 अन्य प्रकृति के वाद जिसमें 90,000/- (नब्बे हजार) कुल 34 मामलों का निस्तारण किया गया।

इस बैंच ने बैंक ऋण सम्बन्धी 16 प्री लिटिगेशन मामलों का भी सुलह-समझौते के आधार पर निस्तारण किया गया जिनमें तैइस लाख चालीस हजार रुपये (23.40,000/-) का सेटलमेंट हुआ। इसी बैंच ने सिविल जज, गंगोलीहाट न्यायालय के 01 आपराधिक शमनीय मामले, 41 मोटर वाहन अधिनियम जिसमें तेईस हजार (23,000/-), 01 भरण पोषण कुल 43 मामलों का निस्तारण किया गया। इस बैंच ने बैंक ऋण सम्बन्धी 30 प्री लिटिगेशन मामलों का भी सुलह-समझौते के आधार पर निस्तारण किया। इनमें अट्ठाईस लाख अठानवे हजार सात सौ बयासी रुपये (28,98,782/-) का सेटलमेंट हुआ।

बैंच संख्या 05 के पीठासीन अधिकारी अवन्तिका सिंह चौधरी, सिविल जज, डीडीहाट एवं सदस्य त्रिलोक सिंह जंगपागी, एडवोकेट ने 01 आपराधिक शमनीय मामले, 04 एनआई एक्ट जिसमें आठ लाख उनसत्तर हजार सात सौ रूपये (8.69,700/-), 06 मोटर वाहन अधिनियम, 07 भरण पोषण सम्बन्धी मामले, 03 घरेलू हिंसा मामलों सहित कुल 21 मामलों का निस्तारण किया गया।

इस बैंच ने बैंक ऋण सम्बन्धी 19 प्री लिटिगेशन मामलों का भी सुलह-समझौते के आधार पर निस्तारण किया। जिनमें अठ्ठाईस लाख बहत्तर हजार सात सौ उन्नीस रुपये (28,72.719/-) का सेटलमेंट हुआ। इसी बैंच ने सिविल जज धारचूला न्यायालय के 11 मोटर वाहन अधिनियम, 01 घरेलू हिंसा सहित कुल 12 मामलों का निस्तारण किया। इस बैंच ने बैंक ऋण संबंधी 08 प्री लिटिगेशन मामलों का भी सुलह-समझौते के आधार पर निस्तारण किया गया, जिनमें उन्नीस लाख उन्हत्तर हजार चार सौ एकतीस रुपये (19,69,431/-) का सेटलमेंट हुआ।जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सीनियर सिविल जज विभा यादव ने बताया कि लोक अदालत के सफल आयोजन में न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं, बैंक के अधिकारियों एवं न्यायालय के कर्मचारियों का सहयोग रहा।