पिथौरागढ़: सीमांत के युवा बाल साहित्यकार इंजी. ललित शौर्य को मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय सम्मान मिलने जा रहा है। बाल कल्याण एवं बाल साहित्य शोध केंद्र भोपाल के निदेशक महेश सक्सेना एवं संयोजक जलज गुप्ता ने इंजी. शौर्य के नाम की घोषणा करते हुए बताया कि इस वर्ष का रंजन सेन गुप्ता राष्ट्रीय बाल साहित्य सम्मान उत्तराखंड के बाल साहित्यकार इंजी. ललित शौर्य को मिलेगा। कार्यक्रम का आयोजन मई माह में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित होगा। इस अवसर पर देश के दिग्गज बाल साहित्यकार उपस्थित रहेंगे। ललित शौर्य लंबे समय से बाल साहित्य लेखन में सक्रिय हैं। उनकी एक दर्जन बाल साहित्य की पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी रचनाओं का अनुवाद अंग्रेजी, तमिल, कन्नड़, तेलगु, मलयालम, गुजराती, मराठी, उड़िया, उर्दू, गुरुमुखी, कुमाउनी, गढ़वाली समेत अनेक भाषाओं में हो चुका है। शौर्य की रचनाएं देश की प्रतिष्ठित बाल पत्रिकाओं चंपक, बाल भारती, हंसती दुनिया, देवपुत्र, बच्चों का देश, बाल भास्कर, बाल भूमि समेत दर्जनों पत्रिकाओं में लागातर प्रकाशित हो रही हैं। इंजी.ललित का मोबाईल नहीं, पुस्तक दो अभियान भी खासा लोकप्रिय हो रहा है। जिसके माध्यम से शौर्य अब तक विभिन्न माध्यमों से साठ हजार से अधिक बाल साहित्य की पुस्तकें वितरित कर चुके हैं। इंजी.ललित शौर्य को बच्चे कहानी वाले अंकल के नाम से भी जानते हैं। शौर्य की पुस्तकें दादाजी की चौपाल, गुलदार दगड़िया, बाल तरंग, कोरोना वॉरियर्स,स्वच्छता के सिपाही बच्चों के बीच खासा लोकप्रिय हैं। शौर्य को इससे पूर्व भी दर्जनों सम्मान मिल चुके हैं। उन्हें दिल्ली, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, देहरादून अनेक स्थानों पर सम्मानित किया जा चुका है। ललित शौर्य को राष्ट्रीय सम्मान मिलने की खबर से जनपद के साहित्यकारों में खुशी की लहर है।