पिथौरागढ़। सीमांत की आस्था का केंद्र प्रसिद्ध शक्ति पीठ ध्वज के लिए मां जयंती का डोला शुक्रवार को परंपरागत तरीके से सतगढ़ से ढोल नगाड़ों के साथ उठा। मां के जयकारे लगाते हुए श्रद्धालु डोले को खड़ी चढ़ाई पार कर ध्वज मंदिर ले गए, जहां इसका विसर्जन हुआ। धार्मिक मान्यता के अनुसार मां जयंती का डोला उठने के साथ जिले में मेलों की शुरुआत होती है। शुक्रवार को सतगढ़ से अगला मां जयन्ती और भगवान शिव का डोला ध्वज मंदिर के लिए उठा लेख पालकी में भगवान शिव के साथ पार्वती की प्रतिमाओं को रंग-बि फूलों से सजाया गया। ढोल-नगाढ़ों और पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ सतगढ़, पलेटा, नैनीपातल सहित जिले के विभिन्न हिस्सों से सतगढ़ पहुंचे भक्तों ने मां के जयकारे लगाते हुए डोले को तीन किमी खड़ी चढ़ाई पार कर ध्वज मंदिर पहुंचाया। जयकारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। यहां खंडेनाथ मंदिर के प्रांगण में विधि-विधान से डोले का विसर्जन हुआ। इस दौरान देवडांगरों ने अवतरित होकर लोगों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद दिया। मुख्य पुजारी नंदा बल्लभ कापड़ी ने पूजा- मुरलीधर आदि मौजूद रहे।अर्चना कराई। यहां भुवन कापड़ी, प्रकाश कापड़ी,