दिल्ली: यूक्रेन पर रूस के हमले के दौरान एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई है। इस तरह से रूस के हमले ने भारत को भी जख्म दे दिया है। यूक्रेन युद्ध में पहले भारतीय नागरिक के मारे जाने की पुष्टि हुई है। मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र का नाम नवीन कुमार है और वह कर्नाटक के रहने वाले थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर यूक्रेन के खरकीव में आज सुबह हुए भीषण हमले में एक भारतीय स्टूडेंट की मौत की पुष्टि की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया, ‘हम गहरे दुख के साथ इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि आज सुबह खरकीव में हुई बमबारी में एक भारतीय स्टूडेंट की मौत हो गई। मंत्रालय भारतीय छात्र के परिवार के संपर्क में है। हम परिवार से अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।’प्रवक्ता ने बताया है कि विदेश मंत्रालय लगातार रूस और यूक्रेन के राजदूतों के साथ संपर्क में है और भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए सुरक्षित रास्ता निकाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि कई छात्र अब भी खारकीव समेत दूसरे शहरों में फंसे हैं। रूस और यूक्रेन में मौजूद राजदूत भी इसी तरह के प्रयास में जुटे हैं।टीवी रिपोर्ट में बताया गया है कि आज सुबह बचाव अभियान के दौरान ही भारतीय छात्र रूस के हमले की चपेट में आ गया। जैसे ही यह खबर भारतीय मीडिया में आई यूक्रेन में फंसे भारतीयों के परिवारवालों की धड़कनें बढ़ गईं। लोग अपने बेटे-बेटियों की सुरक्षित वापसी की प्रार्थना कर रहे हैं।एक रिपोर्ट में बताया गया है कि खरकीव स्थित गर्वनर हाउस पर सुबह 7 बजे के करीब जब कई छात्र खाने के लिए लाइन में लगे हुए थे, उसी दौरान हमला हुआ और नवीन की मौत हो गई। खरकीव में सुबह जिस गर्वनर हाउस को रूस की सेना ने उड़ाया, उसी के पास नवीन खड़े थे। नवीन खरकीव मेडिकल यूनिवर्सिटी में मेडिकल के फोर्थ ईयर के छात्र थे। एक फोन उनके पास था, जिसके जरिए उनकी पहचान हुई।एक रिपोर्ट में बताया गया है कि खरकीव स्थित गर्वनर हाउस पर सुबह 7 बजे के करीब जब कई छात्र खाने के लिए लाइन में लगे हुए थे, उसी दौरान हमला हुआ और नवीन की मौत हो गई। खरकीव में सुबह जिस गर्वनर हाउस को रूस की सेना ने उड़ाया, उसी के पास नवीन खड़े थे। नवीन खरकीव मेडिकल यूनिवर्सिटी में मेडिकल के फोर्थ ईयर के छात्र थे। एक फोन उनके पास था, जिसके जरिए उनकी पहचान हुई।आज सुबह ही यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने सभी भारतीयों को जल्द से जल्द राजधानी कीव छोड़ने को कहा था। इसके बाद से ही लगने लगा था कि कीव में हालात तेजी से बिगड़ सकते हैं और वहां भीषण हमले हो सकते हैं। रूस की तरफ से की गई एयर स्ट्राइक के वीडियो भी सामने आए। भारतीयों में भी टेंशन बढ़ती जा रही थी और दोपहर बाद रूसी हमले में भारतीय छात्र के मारे जाने की दुखद खबर आई।

मंगलवार को ही भारतीय दूतावास ने एडवाइजरी जारी कर कहा कि छात्रों सहित सभी भारतीय ट्रेन या किसी दूसरे साधन से आज तत्काल कीव छोड़ दें। दरअसल, यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से वहां हवाई क्षेत्र बंद है। ऐसे में भारत सरकार वहां फंसे अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया से लगी यूक्रेन की सीमा चौकियों के जरिए बाहर निकाल रही है।मोदी सरकार ने अपने चार मंत्रियों को यूक्रेन से भारतीयों को निकालने में मदद के लिए चार पड़ोसी देशों में भेजा है। उधर, एयर इंडिया के साथ-साथ इंडिगो, स्पाइस जेट भी ऑपरेशन गंगा में शामिल हो गए हैं। भारत सरकार यूक्रेन मिशन का पूरा खर्च उठा रही है। बताया गया है कि अब भी यूक्रेन में करीब 6,000 भारतीय फंसे हो सकते हैं।