पिथौरागढ़। नगरपालिका अध्यक्ष राजेंद्र सिंह रावत ने पिथौरागढ़ जिले के प्रसिद्ध शक्तिपीठ महाकाली मंदिर और पाताल भुवनेश्वर गुफा का सौंदर्यीकरण बद्रीनाथ धाम की तर्ज पर करने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र भेजा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे पत्र में पालिकाध्यक्ष रावत ने कहा है कि देवभूमि उत्तराखंड में बद्रीनाथ, केदारनाथ एवं जागेश्वर धाम जैसे शक्तिपीठ, तीर्थस्थल और ज्योर्तिलिंग हैं। पिथौरागढ़ जिले की हाट कालिका, चामुंडा मंदिर और पाताल भुवनेश्वर गुफा का भी विशेष महत्व है। स्कंध पुराण के मानस खंड के अनुसार सूर्यवंश के राजा ऋतुपर्ण ने त्रेतायुग में पाताल भुवनेश्वर की खोज की थी। आदिगुरु शंकराचार्य 1191 में इस गुफा में आए। वर्तमान में देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु इन धार्मिक स्थलों में दर्शनों के लिए आते हैं। इन प्रमुख स्थलों को जोड़ने वाली सड़कों की चौड़ाई कम है। इसके चलते श्रद्धालुओं को आवागमन में कठिनाई होती है और दुर्घटनाओं का भी खतरा रहता है। उन्होंने प्रधानमंत्री से महाकाली मंदिर और पाताल भुवनेश्वर गुफा के सौंदर्यीकरण के साथ ही सड़कों के चौड़ीकरण के लिए स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया है।