पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ के जिला जज डॉ.ज्ञानेंद्र शर्मा के अधिवक्ता पुत्र प्रणव वशिष्ठ (29 वर्ष) का निधन हो गया है। रविवार को उनका अंतिम संस्कार रामेश्वर घाट पर किया गया। परिणिता ने भाई की चिता को मुखाग्नि दी।

मूल रूप से मेरठ के मवाना निवासी जिला जज डॉ.ज्ञानेंद्र शर्मा के पुत्र प्रणव वशिष्ठ सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता थे। छह माह पूर्व चंडीगढ़ के एक होटल की सीढ़ियों से गिरने से उनके सिर में गंभीर चोट लगने से कोमा में चले गए थे। तब से उनका पीजीआई चंडीगढ़ में उपचार चल रहा था। शनिवार की सुबह नौ बजे उनका निधन हो गया। रविवार को प्रणव का शव पिथौरागढ़ स्थित जिला जज के सरकारी आवास में लाया गया। परिजनों के अंतिम दर्शन करने के बाद रामेश्वर घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। जिला जज की पुत्री परिणिता वशिष्ठ ने अपने इकलौते भाई की चिता को मुखाग्नि दी। इससे पूरा वातावरण गमगीन हो गया।

अंतिम संस्कार में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कपिल कुमार त्यागी, जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान, पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, गंगोलीहाट के न्यायिक मजिस्ट्रेट सचिन कुमार, धारचूला के न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रतीक कपिल, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट मोहन भट्ट, अनिल रौतेला डब्बू, विजेंद्र धामी, आलोक चौधरी, कृष्णा बिष्ट, गोविंद धामी, गोविंद भट्ट, कैलाश पंत, प्रमोद पंत, रमेश कापड़ी, टीएन पंत, निर्मल चौधरी, मनोज ओझा आदि अधिवक्ता अंतिम यात्रा में शामिल हुए। इकलौते पुत्र के निधन से जिला जज का परिवार गहरे शोक में डूबा है। तमाम अधिकारियों ने उनके आवास पर जाकर उन्हें सांत्वना दी।