धारचूला(पिथौरागढ़)। दारमा घाटी के अंतिम गांव सीपू (12हजार फुट) में प्रत्येक 12 साल बाद होने वाला महादेव का महाकुंभ मेला(पूजा)जून माह में के तीसरे सप्ताह 17 जून से 23 जून तक महाकुंभ मेला(पूजा) शुरू होगा।
ग्रामवासी पूजा की तैयारी में जुट गए है। साथ ही पूजा हेतु खाद्य सामग्री और अन्य सामग्री भी पहुँचना भी शुरू कर दिया। लेकिन पिछले साल के ग्लेशियर से हुए 8 किलोमीटर खराब पैदल मार्ग से लोगो को राशन सहित अन्य सामग्रियों को पहुँचाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्राम प्रधान शांति सीपाल ने प्रशासन और लोक निर्माण विभाग से शीघ्र पैदल मार्ग को ठीक करने को लेकर ज्ञापन दिया है। और प्रधान ने बताया कि दारमा घाटी के अधिकांश लोग वर्तमान समय तक अपने अपने गांव
पहुँच चुके है। तिदाग ,मारछा और सीपू के बीच पैदल मार्ग खराब होने के कारण हम लोगो को अपने राशन और अन्य सामग्री धोड़े खच्चर से पहुंचाना पड़ रहा है।
बता दे दारमा घाटी में तवाघाट से ढाकर तक लगभग 65 किलोमीटर सड़क गांव से जुड़ गई है। लेकिन अभी भी दो गांव मारछा और सीपू गांव के लोगो को 4 से 8 किलोमीटर पैदल यात्रा करनी पड़ती है। सीपू निवासी जीवन सीपाल ने बताया कि आगामी 17 जून से 23 तक पूजा पाठ के साथ साथ खेलकूद प्रतियोगिता और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।
प्रसिद्ध मूर्तिकार डी आर सीपाल ने बताया कि हमारे गांव में प्रत्येक 12 साल बाद होने वाली महादेव का महाकुंभ पूजा इस बार जून में हो रही है। जिससे देश के विभिन्न प्रदेशों में रह रहे लोगो मे काफी उत्साह है। पूजा में लोगो की काफी चहल पहल रहेगी। उन्होंने बताया कि हमारे बुजुर्गों के द्वारा आयोजित महाकुंभ पूजा का मुख्य उद्देश्य आपसी भाईचारा बढ़ाना है। लोक निर्माण विभाग के एई जीसी भट्ट ने बताया कि दारमा घाटी के सीपू मारछा सहित अन्य गांवों के खराब पैदल मार्ग का आंकलन कर रिपोर्ट प्रशासन को दे दी। जैसे ही स्वीकृति मिलने पर कार्य शुरू हो जाएगा।