मुनस्यारी। नशामुक्ति की ओर तेजी से बढ़ रहे गिरगांव में बीते सप्ताह हुए देवी देवताओं के पूजा पाठ एवं नामकरण संस्कार में पहली बार सात परिवारों ने शराब सहित किसी भी प्रकार के नशे का प्रचलन नहीं करके एक मिशाल कायम की। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने इन पांच परिवारों को आगे सम्मानित करने की घोषणा की। अभियान के दौरान महिलाओं के छापामार दल ने एक को शराब बेचते हुए पकड़कर दो हजार रुपए जुर्माना वसूला।
महिलाओं द्वारा घर – घर जाकर शराब बंदी के लिए सहयोग की अपील की जा रही है।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया के सार्वजनिक आव्हान के बाद गिरगांव मुनस्यारी विकास खंड का पहला गांव है, जिसने नशामुक्त गांव बनने की घोषणा की है।
इस गांव में महिलाओं द्वारा टीम बनाकर लगातार घर घर जाकर ग्रामवासियों से सहयोग मांगा जा रहा है। महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं द्वारा सुबह से शाम तक बिना भोजन किए इस अनूठे नशाबंदी अभियान को सफल बनाने के लिए मेहनत की जा रही है।
महिलाओं के छापामार दल ने अपील के दौरान एक घर में शराब पकड़ी तो पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया। इसकी राशि सुनते ही शराब बेचने वाले के होश उड़ गए। आगे अभी भी शराब नहीं बेचने का शपथपत्र देने के बाद जुर्माना की राशि घटाकर दो हजार रुपए वसुला गया।
महिलाओं की नशे को लेकर मार्मिक अपील ” आपन नान, तिनक मुख चावौ” से प्रभावित होकर ग्राम पंचायत गिरगांव के निवासी रमेश सिंह पुत्र गंगा सिंह, राजेन्द्र सिंह पुत्र शेर सिंह, भूपेंद्र सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह, तीर्थराज सिंह पुत्र हीरा सिंह,मोहन सिंह पुत्र भवान सिंह, सुंदर सिंह पुत्र हयात सिंह ने पूजा पाठ तथा दान सिंह पुत्र गोकरण सिंह ने नामकरण संस्कार में नशे को प्रतिबंधित कर इस अभियान के इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में लिख दिया है।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि शीघ्र गांव में एक सम्मान समारोह कर इन सात परिवारों के मुखिया को उनकी धर्मपत्नी के साथ सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने क्षेत्र के अन्य गांवों को भी इस गांव से प्रेरणा लेकर नशामुक्त ग्राम पंचायत बनाने के लिए आगे आने का आव्हान किया।
अभियान की सफलता से उत्साहित गिरगांव की ग्राम प्रधान हंशा दुबड़िया ने कहा कि महिलाओं की एकजुटता तथा पुरुषों के सहयोग से ही यह सफलता प्राप्त हुई है।
महिला स्वयं सहायता समूहों की ग्राम संगठन की अध्यक्ष रेखा कोरंगा तथा महिला मंगल दल की अध्यक्ष ममता दुबड़िया ने कहा कि पहले प्रयास हुए थे, लेकिन अभियान सफल नहीं हो पाया था। इस बार जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया के पहले दिन से सहयोग मिलने के कारण महिलाओं के साथ ग्रामवासियों के हौसले बुलंद है।