संकटग्रस्त श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे देश छोड़कर भाग गए हैं। बताया जा रहा है कि वह भागकर मालदीव पहुंचे हैं। कुछ दिन पूर्व राष्ट्रपति भवन पर प्रदर्शनकारियों के कब्जे के बाद राजपक्षे यहां से भागकर किसी अज्ञात जगह चले गए थे। उनके इस्तीफे का 13 जुलाई को आधिकारिक एलान होना था। गोतबाया राजपक्षे का हस्ताक्षरित इस्तीफा एक वरिष्ठ अधिकारी को सौंप दिया गया था जो इसे संसद अध्यक्ष को सौंपेंगे। 13 जुलाई को इसकी औपचारिक घोषणा होनी थी। श्रीलंका में सड़क पर विरोध को देखते हुए अब सर्वदलीय सरकार बनने पर मंत्रिमंडल इस्तीफा देगा। इससे पहले श्रीलंका के पूर्व वित्तमंत्री और राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे के छोटे भाई बासिल राजपक्षे की देश छोड़कर भागने की कोशिश नाकाम रही। बासिल को कोलंबो हवाई अड्डे के वीआईपी टर्मिनल से देश छोड़कर भागने की कोशिश करते पहचान लिया और उनकी यात्रा को क्लीयरेंस देने से इनकार कर दिया और उन्हें वापस लौटना पड़ा। देश में शक्तिशाली राजपक्षे परिवार के खिलाफ जन आक्रोश को देखते हुए 71 वर्षीय बासिल ने पहले ही वित्तमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। श्रीलंका में हालात इतने खराब हो गए हैं कि एंबुलेंस चलाने के लिए भी डीजल-पेट्रोल नहीं बचा है। एंबुलेंस सेवा ने जनता से कॉल न करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि हम सेवा देने में असमर्थ हैं। लोगों को एक वक्त का खाना भी अच्छे से नहीं मिल पा रहा है। खाने-पीने वाले उत्पादों के दाम कई गुना बढ़ चुके हैं। दाल की कीमतें तीन गुना से अधिक बढ़ चुकी हैं। हालात इतने खराब हैं कि यहां भुखमरी और कुपोषण जैसे हालात पैदा हो रहे हैं। श्रीलंका में ईंधन की कमी के चलते लोग कार-बाइक छोड़कर साइकिल पर आ गए हैं।