पिथौरागढ़। मुनस्यारी के दूरस्थ पातों गांव में एक महिला ने रास्ते में ही बच्चे को जन्म दे दिया। इस दौरान नवजात की मौत हो गई। महिला को हेलीकॉप्टर से पिथौरागढ़ जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
पातों गांव निवासी श्याम सिंह दरियाल की पत्नी लक्ष्मी देवी आठ माह की गर्भवती थी। शनिवार की सुबह प्रसव पीड़ा हुई। इसके बाद आशा खिला देवी और परिजन गर्भवती लक्ष्मी देवी को लेकर अस्पताल के लिए निकले। इसी दौरान लक्ष्मी देवी की हालत बिगड़ने लगी। इसके बाद रास्ते में ही प्रसव हो गया और नवजात की मौत हो गई। विधायक हरीश धामी ने प्रशासन को इसकी सूचना दी। सूचना पर प्रशासन ने हेलीकॉप्टर मुनस्यारी भेजा। इसके बाद लक्ष्मी देवी को हेली से पिथौरागढ़ अस्पताल लाया गया। जहां पर उसका उपचार चल रहा है।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने ग्राम पंचायत पातो निवासी लक्ष्मी देवी पत्नी श्याम सिंह के नवजात की मौत के मामले में हैली प्रबंधन सेवा को दोषी ठहराया है। कहा कि दस मिनट में पहुंचने वाला हैली सवा दो घंटे के बाद पहुंचा।
मर्तोलिया ने कहा कि जिला प्रशासन ने आपदाकाल से पहले गर्भवती महिलाओं को सूचिबद्ध कर सुविधाजनक स्थान पर रखने के अभियान की पोल खुल गई है। उन्होंने बताया कि दस बजे प्रशासन को इसकी सूचना दी गई थी। धारचूला से पातो दस मिनट में हैली पहुंच जाती है, उसे सवा दो घंटे लग गए। उन्होंने कहा कि अगर यह हैली जिले के लिए आया है तो इसे पिथौरागढ़ में रखकर संचालित किया जाए। नहीं तो मुनस्यारी के लिए अलग हैली इसी तहसील में खड़ा किया जाए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने एक सप्ताह के भीतर इस हैली के प्रबंधन पर नयी व्यवस्था नहीं बनाई तो वे धरना प्रदर्शन करेंगे।