पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट तहसील क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश से हुमकापीठा तोक में सात लोगों के मकान खतरे की जद में आ गए हैं। नगर के जीआईसी वार्ड में दो मकानों में मलबा आने से खतरा पैदा हो गया है। दोनों परिवारों ने घर छोड़ दिया है। रौंतिस गाड़ के ऊफान पर आने से पैदल पुल बह गए हैं और रास्ते ध्वस्त हो गए हैं। बारिश से पिथौरागढ़- धारचूला सड़क जौलजीबी के समीप लखनपुर में बंद रहा। इसके चलते दिन भर वाहन फंसे रहे। थल-मुनस्यारी सहित धारचूला-लिपुलेख सहित जिले की 25 सड़कें बंद होने से ग्रामीण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। द्वालीगाड़ में खतरे के बीच वाहनों का संचालन हो रहा है। बीच नदी में फंस रहे वाहनों को जेसीबी की मदद से निकाला जा रहा है। गिरगांव के पास भारी वाहनों के फंसने से स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। धारचूला के ऐलधार के पास लगातार भूस्खलन हो रहा है।

मुनस्यारी के होकरा गांव में सड़क का मलबा आने से एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। समकोट में चार मकान खतरे की जद में आ गए हैं।मलबा आने से चीनी सीमा को जोड़ने वाली धारचूला-लिपुलेख सड़क सहित 25 सड़कें बंद हैं। जौलजीबी के लखनपुर में बंद पिथौरागढ़-धारचूला सड़क शाम साढ़े छह बजे लगभग 17 घंटे बाद खुली। इसके बाद ही दोनों ओर फंसे वाहनों की आवाजाही शुरू हुई।