रुद्रपुर। तीन माह के नवजात बालक का अपहरण करने वाली अन्तर्राष्ट्रीय बच्चा चोर गिरोह की संदिग्ध बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार किया है। यह महिला अब तक सात शादियां कर चली है।
02 अगस्त को प्रेस चन्द्र पुत्र विरेन्द्र लाल ग्राम सतुईया द्वारा थाना पुलभट्टा पर उसके के 03 माह के पुत्र प्रतीक को नैना उर्फ ज्योति नाम की महिला द्वारा अपहरण करने के सम्बन्ध में तहरीर दी गई थी। सूचना के आधार पर धारा 363 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
सूचना पर तत्काल क्षेत्राधिकारी सितारगंज व थानाध्यक्ष पुलभट्टा द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना किया गया। 03 माह के बच्चे के अपहरण की घटना को अति संवेदनशील मानते हुये घटना के त्वरित खुलासे व अपहृत बालक की सकुशल बरामदगी के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उधमसिंहनगर द्वारा पुलिस टीमों को गठित कर अपहृत बालक की बरामदगी करने हेतु निर्देशित किया गया। जिस पर पुलिस अधीक्षक रुद्रपुर के कुशल नेतृत्व में थाना स्तर से पुलिस टीमों का गठन किया गया। गठित टीमों द्वारा सुरागरसी पतारसी व सीसीटीवी फुटेज चैक करने पर उक्त महिला ज्योति उर्फ नैना के सम्बन्ध में जानकारी की तो महिला मूल रूप से बंगाल या बांग्लादेश की होना पाया गया। जिसके द्वारा किच्छा के आसपास कई लोगों से शादी करने व उनके साथ ठगी कर फरार होने की बात प्रकाश में आयी। पूछताछ में पता चला कि सूरज नाम का व्यक्ति जो बहेड़ी का रहने वाला है जो तन्दूर का काम करता है तथा पहले पुलभट्टा व किच्छा में होटलों में काम कर चुका है। उक्त ज्योति उर्फ नैना का सूरज के पास जाना था। जांच में सूरज का वर्तमान में बुलन्दशहर में रहना प्रकाश में आया। जिस पर एसओजी टीम की मदद से सूरज की लोकेशन प्राप्त की जिसकी लोकेशन अनुपशहर जिला बुलन्दशहर आयी जिस पर पुलिस टीमों ने अनुपशहर में सुरागरसी पतारसी करते हुये सूरज पुत्र भगवानस्वरुप निवासी ग्राम राजनगला थाना बहेडी जिला बरेली व नैना उर्फ ज्योति पत्नी सूरज को मय अपहृत बालक प्रतीक के कस्बा अनुपशहर जिला बुलन्दशहर में गिरफ्तार किया गया। उक्त महिला नैना से पूछताछ पर जात हुआ कि नैना मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वाली है जो अपने मामा के घर ग्राम पानीखली मजदिया थाना धंतला जिला नादिया पश्चिम बंगाल में रहती थी। जिसकी पहली शादी बिहार के रहने वाले चेतु नाम के व्यक्ति से हुयी थी जिसे छोड़कर लगभग एक वर्ष बाद यह अपने घर आ गयी थी। फिर शिवचरण निवासी पृथ्वीपुर थाना बहेड़ी नाम के ट्रक ड्राइवर व उसकी पत्नी सुनीता जो पश्चिम बंगाल की रहने वाली है ने ज्योति की शादी डोरीलाल पुत्र मिश्रीलाल निवासी ग्राम पृथ्वीपुर थाना बहेडी से करा दी, जिससे इसके तीन बच्चे है। करीब 10-12 साल डोरीलाल के साथ रहने के बाद ज्योति उर्फ नैना घर से फरार हो गयी तथा महेश पुत्र रमेश चन्द्र निवासी ग्राम भगा के साथ शादी कर ली। लगभग 03 साल महेश के साथ रहने के बाद ज्योति ने सावेज पुत्र बब्लू खाँ निवासी ग्राम भंगा थाना पुलभट्टा के साथ शादी कर ली। करीब 01 वर्ष इसके साथ रहने के पश्चात उक्त ज्योति ने अपना नाम बदलकर हिना रख लिया और मुस्लिम महिला बनकर जुल्फिकार उर्फ गुड्डू पुत्र मतलूब निवासी किच्छा के साथ शादी कर ली। करीब 01 वर्ष इसके साथ रहने के पश्चात उक्त महिला ने सूरज पुत्र भगवान स्वरूप निवासी ग्राम राजूनगला थाना बहेड़ी जनपद बरेली के साथ शादी कर ली। लगभग 03 वर्ष से सूरज के साथ अनूपनगर में रही और लगभग 3 माह पहले अनूपशहर में किच्छा आ गई और सतुईया निवासी उमेश के घर रहने लगी। उमेश के भाई प्रेम चन्द का 03 माह के बालक प्रतीक को चोरी करने की नियत से उसके परिवार वाली से घुलना-मिलना शुरू किया तथा बच्चे को अपने साथ कभी-कभी खिलाने के बहाने से रखने लगी जिससे बच्चा उसके साथ अच्छी तरह घुल मिल गई। जैसे ही प्रतीक इसके साथ घुलने मिलने लगा तो यह बातें ज्योति द्वारा अपने पति सूरज को बतायी और मोबाइल फोन से विडियो कॉल करके उक्त बच्चे को अपने पति सूरज को दिखाया और दोनों ने बालक प्रतीक को चोरी करने की योजना बनाई। योजना के तहत दिनांक दो अगस्त को करीब 03.30 बजे प्रतीक को उसकी माँ से मिलाने के बहाने रोज की तरह लेकर टुकटुक में बैठाकर बच्चे को अपहरण कर ले गयी तथा सूरज को फोन पर बिलासपुर पहुंचने को कहा। जिस पर सूरज अनुपशहर में बिलासपुर तक आया और ज्योति बच्चे को लेकर बिलासपुर तक गयी। जहाँ इसे सूरज मिल गया। फिर यह दोनों अपहृत बालक प्रतीक को लेकर अनुपशहर सूरज के किराये के कमरे पर पहुच गयी। जहाँ से उक्त बालक को कलकता ले जाकर उचित दाम में किसी जरूरतमंद को बेचना बताया। उक्त महिला नैना उर्फ ज्योति एक शातिर किस्म की संदिग्ध बांग्लादेशी महिला है जो अंतरराष्ट्रीय बच्चा चोर गिरोह की सदस्य हो सकती है। जिसके संबंध में जानकारी ली जा रही है। दोनों अभियुक्तों को धारा 363/370(4)/120(बी) भादवी के अन्तर्गत गिरफ्तार किया गया। आरोपियों की
गिरफ्तारी व 03 माह के बालक की 24 घण्टे में सकुशल बरामदगी से स्थानीय जनता द्वारा पुलिस टीम की भूरी-भूरी प्रशंसा की गयी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस टीम को उत्साहवर्धन हेतु 5000 रुपये नगद पुरुस्कार की घोषणा की गयी।