पिथौरागढ़. जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ आशीष चौहान द्वारा बताया गया है कि उत्तराखंड राज्य के कुछ जनपदों में संक्रमक रोग लम्पी स्किन डिसीज के प्रकरण सामने आए हैं, जिन से पशुओं के स्वास्थ्य तथा उत्पादन की हानि होने से पशुपालकों की आजीविका पर नकारात्मक रूप से प्रभाव पडे़गा। यह संक्रमण संक्रमित पशुओं, मक्खी, मच्छर के माध्यम से एक से दूसरे स्थान में फैल रहा है। जनपद अंतर्गत मवेशियों में रोग प्रवेश तथा प्रसार की संभावनाओं को क्षीण करने के उद्देश्य से मक्खी, मच्छरों के उन्मूलन एवं संक्रामक रोग लम्पी स्किन डिसीज पर रोक लगाए जाने हेतु पशुओं का परिवहन नियम ( ट्रांसपोर्ट ऑफ एनिमल रूल्स ), 1978 का सख्ती से अनुपालन करेंगे । जनपद की सीमाओं पर विद्यमान चौकियों पर बाहर से आने वाले पशुओं की निगरानी हेतु वाहनों की चेकिंग की जाएगी। इसके अतिरिक्त बाहर से मवेशी लेकर आने वाले वाहनों की पशुपालन विभाग के राजकीय पशु चिकित्सालयों पर नियुक्त क्षेत्रीय पशु चिकित्साधिकारी द्वारा संक्रमक रोग से मुक्त, स्वस्थता का प्रमाण पत्र धारित करने पर ही जनपद अंतर्गत प्रवेश तथा परिवहन की अनुमति होगी। इसके साथ ही शहरी क्षेत्रों में संबंधित नगर निकायों तथा ग्रामीण क्षेत्रों में जिला पंचायत द्वारा रोग के संवाहक मक्खी मच्छरों के उन्मूलन हेतु नियमित रूप से कीटनाशकों का छिड़काव तथा पोलिंग की कार्यवाही तत्काल अमल में लाई जाएगी।