धारचूला(पिथौरागढ़)। लगातार बर्फबारी और बारिश के कारण दारमा घाटी के 14 गांव के किसानों की पलथी, फाफर, राजमा, मूली, आलू, मटर आदि फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। ब्यास घाटी में भी फसलों को नुकसान पहुंचा है। किसानों ने मुआवजे की मांग की है।
पिछले 4 दिनों की बर्फबारी और बारिश से दारमा घाटी के चीन सीमा की अंतिम चौकी दावे 17500 फुट और व्यास घाटी के अंतिम चौकियों वेलिसया 16 हजार, ज्योलीकांग 14500, नाभीढांग 17000 फुट में रविवार को 4.5 फुट बर्फबारी हो गयी है और तापमान माइनस तीन डिग्री पहुँच गया। सीमाओं में सेना और आईटीबीपी के जवान इतनी बर्फबारी में मुस्तैदी से सुरक्षा में लगे हैं।
दारमा 14 और व्यास घाटी के 7 गाँवो में आज लगभग एक फुट बर्फ पड़ चुकी है। दारमा घाटी के मार्छा ग्राम के पूर्व प्रधान जीवन मार्छाल ने बताया कि लगातार बर्फबारी और बारिश के कारण दारमा घाटी के 14 गांव के किसानो की पलथ, फाफर, राजमा, मूली, आलू, मटर आदि फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं। जिसके कारण किसानों की चिंताएं बड़ी है। उन्होंने प्रशासन से मुआवजा की मांग की है।
उधर व्यास घाटी के गुंजी सरपंच लक्ष्मी गुंज्याल और रोंकांग प्रधान अंजू रोंकली ने बताया कि बारिश और बर्फबारी के कारण व्यास घाटी के 7 गावों में भी फसलें खराब हो चुकी हैं। उन्होंने प्रशासन से मौसम ठीक होने के बाद नुकसान का आंकलन करके किसानों को मुआवजा देने की मांग की है।