पिथौरागढ़।जिला पंचायत पिथौरागढ़ द्वारा “क्लीन द हिमालया” थीम पर मुनस्यारी के 6 ग्राम पंचायतों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए 18.70 लाख रुपए स्वीकृत किए हैं। प्रत्येक परिवार को कूड़ेदान तथा जूट के बैग दिए जाएंगे। इससे पहले ग्रामीण अपने – अपने मुहल्लो में सफाई तथा झाड़ी कटान भी करेंगे।इन ग्राम पंचायतों में जन जागरुकता अभियान चलाकर हिमालय क्षेत्र को स्वच्छ रखने की आवश्यकता से ग्रामीणों को रुबरु कराया जाएगा।जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने जिला पंचायत पिथौरागढ़ से मिलने वाली वार्षिक निधि से उक्त अनूठी पहल शुरू की है।उन्होंने बताया कि विकास खंड मुनस्यारी के ग्राम पंचायत कवाधार, क्वीरीजिमिया, खसियाबाडा, जलथ,ढिमढिमिया को तीन – तीन लाख रुपए तथा जैती को 3.70 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत कर दी गई है।उन्होंने बताया कि हिमालय क्षेत्र के ग्राम पंचायतों को स्वच्छ रखने के लिए प्रथम चरण में 6 ग्राम पंचायतों में पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर कार्य किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि जागरूकता अभियान के लिए सामाजिक संस्था सोसायटी फॉर एक्सन इन हिमालया पिथौरागढ़ की मदद ली जा रही है। उन्होंने बताया कि इन गांवों में सघन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए पंचायतीराज उत्तराखंड तथा जिला प्रशासन से भी सहयोग लिया जाएगा।उन्होंने बताया कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को अपनी दैनिक दिनचर्या में कैसे शामिल कर सकते है। इस पर फोकस करते हुए यह अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन 6 ग्राम पंचायतों के स्कूली बच्चों को भी इस अभियान से जोड़कर भावी पीढ़ियों को हिमालय क्षेत्र की स्वच्छता क्यों आवश्यक है, इसकी जानकारी देकर अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पहला नवाचार होगा, जिसमें हर घर में अभियान का ब्रांड एंबेसडर मौजूद रहेगा। उन्होंने कहा कि ठोस अपशिष्ट को सरकार रोज कम कर रही है। यह बात भी सत्य है कि मानव जीवन का एक भाग ठोस अपशिष्ट भी बन गया है। उन्होंने कहा कि इसलिए अपनी दिनचर्या में हम कैसे ठोस अपशिष्ट को कम तथा उसका अंतिम निस्तारण कर सकते है, इस पर अभियान विशेष रूप से ग्रामीणों को जागरूक करेगी। उन्होंने कहा कि नया साल 2023 इसके लिए समर्पित किया गया है।