धार। मध्य प्रदेश के धार के पाडल्या गांव में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां 3 साल की मासूम बच्ची पर कुत्तों के झुंड हमला कर मार डाला। बच्ची को कुत्ते दो से ढाई मिनट तक नोंचते रहे। मासूम की चीखें सुनकर मां ने उसे बचाया और रिश्तेदार के साथ 7 किमी दूर जिला अस्पताल लेकर पहुंची। तड़पती बच्ची की हालत देख डॉक्टर ने उसे आईसीयू में शिफ्ट किया। जहां उसे बचाने की कई कोशिशें की गईं, लेकिन डॉक्टर सफल नहीं हुए।पाडल्या गांव में राजेंद्र अपने परिवार के साथ खेत पर बने घर पर ही रहते हैं। गुरुवार शाम करीब 5 बजे उनकी 3 साल की बेटी नंदनी, ढाई साल की समीरा और 7 साल के समीर के साथ खेत के पास सड़क पर खेल रही थी। अचानक यहां कुत्तों का एक झुंड आया और नंदिनी पर हमला कर दिया। उस वक्त पास ही खेत में पानी दे रही मां काली बाई और विनोद ने बच्ची की चीख सुनी और तुरंत उसे बचाने दौड़े।करीब ढाई मिनट तक बच्ची कुत्तों से खुद को बचाने के लिए संघर्ष करती रही। इसी बीच मां ने पत्थर लेकर कुत्तों को भगाया तो बच्ची खून से लथपथ हो चुकी थी। मां ने उसे सीने से लगाया और रिश्तेदार के साथ तत्काल बाइक पर जिला अस्पताल रवाना हुई। सूचना पर बच्ची के पिता राजेंद्र भी वहां पहुंचे। घटनास्थल पर मौजूद विनोद ने बताया कि उस वक्त वे खेत पर थे। बच्ची के रोने की आवाज सुनी, देखा तो 4 कुत्ते उसे नोंच रहे थे। इसके बाद हम बच्ची को कुत्तों से छुड़ाकर 7 किमी दूर अस्पताल लेकर आए। पूरे रास्ते दर्द से वो दर्द से कराहती रही। अस्पताल में प्राथमिक उपचार देकर उसे बचाने की कोशिश भी की गई, लेकिन बच्ची ने दम तोड़ दिया।