दार्चुला। नेपाल के थल सेनाध्यक्ष प्रभुराम शर्मा ने गुरुवार को दार्चुला तिंकर सड़क का हवाई निरीक्षण किया। उन्होंने सेना के अधिकारियों को सड़क का निर्माण जल्द पूरा करने के निर्देश दिये। नेपाल सुरक्षा के नजरिए से भारतीय सीमा पर सड़कों का निर्माण कर रहा है। इसके अलावा बार्डर एरिया पोस्ट भी तेजी से स्थापित किए जा रहे हैं। नेपाल पिछले दो सालों में पिथौरागढ़ और चंपावत जिलों से लगने सीमाओं पर दर्जनों बार्डर एरिया पोस्ट खोल चुका है। इस समय नेपाल अपनी बहुआयामी ब्रहमदेव-तिंकर सड़क पर काम कर रहा है। दार्चुला से तिंकर तक कठोर चट्टानें होने के कारण सड़क बनाने का काम नेपाल की सेना कर रही है। जबकि दार्चुला से ब्रहमदेव तक सड़क को नेपाल के कई बड़े ठेकेदार बना रहे हैं। दार्चुला के जिलाधिकारी दिर्गराज उपाध्याय ने बताया सरकार की और से तीन जनवरी को भी दार्चुला तिंकर सड़क के तुसारपानी से कोठेधार चार किमी और कोठेधार से तिंकर तक 87 किलोमीटर सड़क का हवाई निरीक्षण किया जा चुका है।पिछले साल ही सरकार ने खलंगा-तिंकर रोड सेक्शन का आधा काम नेपाल सेना के जरिए करने का फैसला किया था। इसी के तहत सेना विकास दल ने व्यास दो कोठेधार से लेकर डमलिंग तक विभिन्न खंडों में सड़कों का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। 2009-2010 में शुरु इस सड़क खंड का निर्माण विशेष रणनीति के तहत कंचनपुर के ब्रह्मदेव से दार्चुला के टिंकर तक शुरु किया गया। नेपाल सेना के हेलीकॉप्टर से धनगढ़ी से यहां आए थल सेनाध्यक्ष प्रभुराम शर्मा के साथ रक्षा मंत्रालय के सचिव किरण राज शर्मा भी मौजूद रहे।