मुनस्यारी। धारचूला विधानसभा में टिकट मिलने के पहले दिन 1984 से भाजपा के सिपाही रहे एक दर्जन भाजपाइयों ने पद तथा प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देकर भूचाल मचा दिया। भाजपाइयों ने कहा कि यह तो एक टेलर मात्र है। अब गांव – गांव से त्यागपत्र पत्रों का सिलसिला जारी रहेगा।
राज्य एवं केंद्र सरकार सरकार द्वारा सीमांत क्षेत्र की उपेक्षा से तंग आकर भाजपाइयों ने धारचूला विधानसभा की भाजपा को सामूहिक इस्तीफा देकर जोर का झटका धीरे से दिया। इस्तीफा देने वाले भाजपाइयों ने कहा कि अभी सीमांत की उपेक्षा के चलते अभी और इस्तीफे होंगे।
इस्तीफा देने वालों में मंडल महामंत्री मनोज कुमार, सहित सांसद प्रतिनिधि प्रमोद द्विवेदी, जिला सहकारी बैंक निदेशक उत्तम गिरी गोस्वामी, जिला कोषाध्यक्ष ओबीसी मोर्चा पुष्कर नेगी, पूर्व भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष बबलू लोहनी, पूर्व मंडल महामंत्री जगदीश उप्रेती, हीरा सिंह मेहरा, पूर्व अध्यक्ष महिला मोर्चा हीरा रॉवत, हरकोट बूथ अध्यक्ष राजेंद्र सेमिया, सक्रिय सदस्य लवराज गोस्वामी, प्रेम सिंह नेगी, प्रह्लाद सिंह कठायत, रमेश फर्स्वाण आदि शामिल हैं।
इस ग्रुप ने भाजपा छोड़ने के साथ आगे क्या करेंगे इसके अभी कोई संकेत नहीं दिए हैं। बड़ी संख्या में भाजपा से बाय बाय करने के बाद भाजपा का सामाजिक समीकरण तो इस खबर ने गड़बड़ा दिया है।
बता दें कि भाजपा ने गुरुवार को जारी उम्मीदवारों की सूची में धन सिंह धामी को धारचूला सीट से उम्मीदवार घोषित किया है। जबकि पिछले चुनाव में स्वामी वीरेंद्र आनंद भाजपा से उम्मीदवार थे। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि धारचूला विधानसभा को केवल प्रयोगशाला बना कर रख दिया गया है।