देहरादून। प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति के बाद अंतरकलह और कार्यकर्ताओं की नाराजगी से जूझ रही कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है। कुमाऊं और गढ़वाल से कई पदाधिकारियों के इस्तीफे के बीच धारचूला के विधायक हरीश धामी ने भी कांग्रेस पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाया है। धामी ने जिस तरह से कांग्रेस पर बार बार उनकी अनदेखी करने का आरोप लगाया है उससे माना जा रहा है कि वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
लगातार तीन बार धारचूला विस सीट से चुनाव जीतने वाले विधायक हरीश धामी ने अपनी ही पार्टी पर निशाना साधा है। कहा कि 2017 में मोदी लहर के बाद भी उन्होंने धारचूला सीट से कांग्रेस को विजयी दिलाई। सम्मान के नाम पर उन्हें कांग्रेस का प्रदेश सचिव बनाकर अंतिम में नाम दिया। उन्होंने कहा है कि वह पूर्व सैनिक परिवार से हैं। उनके पिता सैनिक थे और उन्होंने 1971 की लड़ाई लड़ी लेकिन कांग्रेस पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों का अपमान कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश प्रभारी ने मेरिट के आधार पर प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और उप नेता सदन की नियुक्ति की बात कही है। जबकि मेरिट के आधार पर उन्हें वरीयता मिलनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हर बार उनकी अनदेखी की है। विधायक हरीश धामी के तेवरों को देख माना जा रहा है कि वह देहरादून पहुंच कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
बता दें कि धारचूला कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष सहित कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी की प्राथमिकता से इस्तीफा दे दिया है।